प्रस्तुत कविता एक आह्वान गीत है। कवि बादल से गरजने के लिए कहता है। गरजन बादल की शक्ति को व्यक्त करता है। इसलिए कवि बादल को गरज-गरज कर प्रेरणा देने के लिए आह्वान करता है। बादल को बिजली की सुंदरता और वज्र जैसी शक्ति को अपने हृदय में छुपाने वाला बताया गया है। साथ ही बादल को नवजीवन देने वाला भी बताया है क्योंकि उसके जल से ही प्राणी मात्र के जीवन में नया उत्साह व सुख मिलता है। अतः बादल के इसी विशेष गुण के आधार पर इस कविता का शीर्षक 'उत्साह' रखा है।