गोपियों के अनुसार उनका मन श्री कृष्ण के प्रेम भाव में लिप्त है। वे एक निष्ठभाव से श्री कृष्ण से प्रेम करती हैं। इसलिए उनके मन में किसी प्रकार की उलझन नहीं है। अतः वे कहती हैं कि उद्धव को यह शिक्षा उन लोगों को देनी चाहिए जिनके मन चकरी की भाँति घूमते रहते हैं अर्थात जिनके मन में दुविधा हो उन्हें योग संदेश देना चाहिए।