श्री कृष्ण के मथुरा गमन के पश्चात गोपियाँ विरह की आग में जलती रही। उन्हें आशा थी कि एक न एक दिन श्री कृष्ण अवश्य लौट आएँगे, किंतु उसी समय उद्धव श्री कृष्ण द्वारा भेजा गया योग संदेश लेकर पहुँच गया। गोपियों की सहनशक्ति जवाब दे गई विरहाग्नि में जलता हुआ हृदय योग के वचनों से दहक उठा था। योग के संदेश ने विरहाग्नि में घी का काम किया।