0 votes
70 views
in Discuss by
edited
'नमक का दारोगा' किस प्रकार की कहानी है? और क्यों?

1 Answer

0 votes
by
selected
 
Best answer
'नमक का दारोगा' प्रेमचन्द की आदर्शवादी कहानी है। जिसमें यह दिखाया गया है कि 'सत्यमेव जयते'। भले ही वंशीधर धन - बल के सम्मुख अदालत में परास्त हो गए हों, नौकरी से उनको मुअत्तिल कर दिया गया हो पर अलोपीदीन ने उनकी ईमानदारी एवं कर्त्तव्यपरायणता को पहचानकर उन्हें अपनी जमींदारी का स्थायी प्रबन्धक नियुक्त कर दिया और वह भी ऊँचे वेतन पर। इस प्रकार वंशीधर को अपनी ईमानदारी, कर्त्तव्यनिष्ठता का पुरस्कार तो मिल ही गया।

Related questions

Doubtly is an online community for engineering students, offering:

  • Free viva questions PDFs
  • Previous year question papers (PYQs)
  • Academic doubt solutions
  • Expert-guided solutions

Get the pro version for free by logging in!

5.7k questions

5.1k answers

108 comments

557 users

...