संगतकर की प्रमुख भूमिका यह है कि वह मुख्य गायक का पूरा सहयोग करता है जब भी उसका स्वर टूटने लगता है तो संगतकार उसकी आवाज में अपनी आवाज मिला कर उसे बल देता है। श्रोताओं को इसका पता नहीं चलता। यदि मुख्य गायक बिना संगतकार के गीत गा रहा है तो उसका स्वर बीच-बीच में बिखरता रहता है। संगीतकार ही उसके स्वर को बिखरने से बचाता है।