क) इन पंक्तियों में समाज में स्त्री के किस स्थिति की ओर संकेत किया गया है?
इन पंक्तियों में कवि ने समाज में विवाहित नारी की दशा की ओर संकेत किया है। आज हमारे समाज में दहेज प्रथा और सामाजिक बंधनों की आग बहुओं को तेजी से निकलती जा रही है। आज वर पक्ष के लोग कन्या पक्ष के लोगों से बहुत सा दहेज भी चाहते हैं। दहेज न मिलने पर बहुओं के साथ बुरा व्यवहार किया जाता है। कवि ने नारी जीवन के इसी यथार्थ की ओर संकेत किया है। नारी की यह दशा अत्यंत दयनीय है।
ख) माँ ने बेटी को सचेत करना क्यों जरूरी समझा?
माँ ने बेटी को सचेत करना इसलिए जरूरी समझा क्योंकि वह भी अनेक अन्य बहुओं की भाँति आग में अपना जीवन न खो दे। उसे किसी अवस्था में कमजोर नहीं पढ़ना चाहिए। उसे कष्ट पहुँचाने वालों या शोषण करने वालों के सामने झुकना नहीं चाहिए। कोमलता नारी का गुण है किंतु आज की परिस्थितियों से उसे मजबूत बनकर रहने का पाठ अवश्य पढ़ लेना चाहिए ताकि वह किसी भी विकट स्थिति का सामना कर सके।