कवि आत्मकथा लिखने से बचना चाहता है क्योंकि उसका जीवन साधारण सा रहा है। उसमें कुछ भी ऐसा महत्त्वपूर्ण नहीं है जिसे पढ़कर लोगों को सुख व आनंद मिल सके। वे अपने आप को एक साधारण व्यक्ति की भाँति समझते हैं इसलिए उन्होंने कहा कि उनके जीवन में ऐसी कोई बात नहीं जिसका वर्णन वे आत्मकथा में कहे। वे बीती बातों को कुरेदने के पक्ष में नहीं है। फिर उनके जीवन में दुख और अभावों की भरमार रही है।